मैं तो हूँ पागल मुंडा - Main To Hoon Pagal Munda (Alka Yagnik, Vinod Rathod, Army)

Movie/Album: आर्मी (1996)
Music By: आनंद-मिलिंद
Lyrics By: समीर
Performed By: अल्का याग्निक, विनोद राठोड़

मैं तो हूँ पागल मुंडा
तू है मेरी सोणी कुड़ी
ले के दिल के पिंजरे को
बुलबुल मेरी कहाँ उड़ी
रस्ते में खड़ा है, ज़िद पे क्यूँ अड़ा है
मेरे पीछे पड़ा है, तू दीवाना बड़ा है
रब्बा आई मुसीबत बड़ी
मैं तो हूँ पागल मुंडा...

पतली कमर से ठुमका जो मारे
हो जाये पागल सारे कंवारे
मिर्ची के जैसी बोली
नैनों से मारे गोली
देखो तो चेहरे से लगती है भोली
देखा कहीं ना ऐसा अनाड़ी
उल्टी चलाये चाहत की गाड़ी
मेरी मर्ज़ी ना जाने मेरी बातें न माने
छेड़े हैं राहों में कर के बहाने
मैं तो हूँ पागल मुंडा...

तीखी हसीना मीठी कटारी
कब तक रहेगी ऐसे कंवारी
ले के मैं डोली आऊँ
हाथी घोड़े भी लाऊँ
दीवानी दुल्हन मैं तुझको बनाऊँ
तेरी है तेरी मेरी जवानी
मैं भी बनूँगी ख़्वाबों की रानी
जल्दबाज़ी ना करना
ऐसे आँहें ना भरना
तेरी ही बाहों में है जीना मरना
मैं तो हूँ पागल मुंडा...
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