Movie/Album: दुश्मन (1957)
Music By: हुस्नलाल भगतराम
Lyrics By: प्रेम धवन
Performed By: मोहम्मद रफी, आशा भोंसले
अजी लूट लिया दिल को बहाने कर के
जाओ सैयां झूठे ज़माने भर के
हो हो ऐसे मुँह ना फेरो सितम कर के
के देखा नहीं तुमको नज़र भर के
नज़रों में तेरी क्या है पिया जान गए हम
ये जान के भी दिल का कहा मान गए हम
अब क्या होगा आगे, क्या होगा आगे
क्या होगा आगे, मोरा जिया धड़के
जाओ सैयां झूठे...
मिल जाये तेरा हाथ तो मिल जाये ज़माना
जी भर के लूट लूं मैं खुशियों का खज़ाना
हमसे ना रहो गोरी यूँ डर डर के
के देखा नहीं तुमको नज़र भर के
अजी लूट लिया दिल को...
थामा है अगर हाथ तो फिर साथ निभाना
जाएगा कहाँ बच के मेरा दिल ये दीवाना
मारे हुए हैं ज़ालिम, मारे हुए हैं ज़ालिम
मारे हुए हैं ज़ालिम, तेरी ही नज़र के
हट जाओ सैयां झूठे जमाने भर के...
Music By: हुस्नलाल भगतराम
Lyrics By: प्रेम धवन
Performed By: मोहम्मद रफी, आशा भोंसले
अजी लूट लिया दिल को बहाने कर के
जाओ सैयां झूठे ज़माने भर के
हो हो ऐसे मुँह ना फेरो सितम कर के
के देखा नहीं तुमको नज़र भर के
नज़रों में तेरी क्या है पिया जान गए हम
ये जान के भी दिल का कहा मान गए हम
अब क्या होगा आगे, क्या होगा आगे
क्या होगा आगे, मोरा जिया धड़के
जाओ सैयां झूठे...
मिल जाये तेरा हाथ तो मिल जाये ज़माना
जी भर के लूट लूं मैं खुशियों का खज़ाना
हमसे ना रहो गोरी यूँ डर डर के
के देखा नहीं तुमको नज़र भर के
अजी लूट लिया दिल को...
थामा है अगर हाथ तो फिर साथ निभाना
जाएगा कहाँ बच के मेरा दिल ये दीवाना
मारे हुए हैं ज़ालिम, मारे हुए हैं ज़ालिम
मारे हुए हैं ज़ालिम, तेरी ही नज़र के
हट जाओ सैयां झूठे जमाने भर के...
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