गज़ब का है ये दिन - Gazab Ka Hai Ye Din (Arijit Singh, Amaal Malik, Sanam Re)

Movie/Album: सनम रे (2016)
Music By: अमाल मलिक
Lyrics By: मनोज मुन्तशिर
Performed By: अरिजीत सिंह, अमाल मलिक

चल पड़े हैं हम ऐसी राह पे
बेफिकर हुये के अब जाना कहाँ
लापता हुये सारे रास्ते
ढूंढेगा हमें ये ज़माना कहाँ
ये समां है कैसा, मुस्कुराने जैसा
धीमी बारिशें हैं हर जगह
ये नशा है कैसा, डूब जाने जैसा
जागी ख्वाहिशें हैं हर जगह
गज़ब का है ये दिन, गज़ब का है ये दिन
गज़ब का है ये दिन, देखो ज़रा
गज़ब का है ये दिन...

पानी हूँ पानी मैं, बहने दो मुझे
जैसा हूँ वैसा ही रहने दो मुझे
दुनिया की बंदिशों से, मेरा नाता है कहाँ
रुकना ठहरना मुझको आता है कहाँ
ये समां है कैसा...

नीली है क्यों ज़मीं, नीला है क्यों समां
लगता है घास पर, सोया आसमाँ
ये मस्तियाँ मेरी, मनमानियाँ मेरी
लो मिल गयी मुझे, आज़ादियाँ मेरी
ये समां है कैसा...
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