Movie/Album: लाइफ की तो लग गयी (2012)
Music By: विनय जयसवाल
Lyrics By: विनय जयसवाल
Performed By: दलेर मेहंदी
मैं हरयाणे का शेर
निकला जो मारने रेड
ओ गलियों में सुन्नी पड़ जानी है
जो मैंने जड़ा ता एक चपेड़
पीटा जो मैंने कुछ छोरों को
तो चोट लगी बड़े बड़ों को
फ़ाइल बना दी मेरी एक्सीलेंट
और भेजा गया मैं मुम्बई को
कोई देखे जो नज़रें उठा के
कोई देखे जो देखे
जीना कर दूँ मैं उसका झंड
मैं हरयाणे का शेर...
आसमान से गिरे खजूर पे अटके
नेताओं से मिले वो झूठ के छटके
छोडूंगा नहीं उन सालों को
विदेश से आये ग़ज़वालों को
धज़्ज़ियाँ उड़ेंगी उनकी डर के मारे
हरयाणे का ये शेर जो दहाड़े
नाम से काँपे मेरे ये सभी
चाहूँ बस मैं यही
जंगल है अब मेरा यही
जो गलत है करूँगा सही
कोई ललकारे खेल दिखा के
सामने आये आये आये
मैं बना दूँ उसकी रेत
हरयाणे का शेर...
Music By: विनय जयसवाल
Lyrics By: विनय जयसवाल
Performed By: दलेर मेहंदी
मैं हरयाणे का शेर
निकला जो मारने रेड
ओ गलियों में सुन्नी पड़ जानी है
जो मैंने जड़ा ता एक चपेड़
पीटा जो मैंने कुछ छोरों को
तो चोट लगी बड़े बड़ों को
फ़ाइल बना दी मेरी एक्सीलेंट
और भेजा गया मैं मुम्बई को
कोई देखे जो नज़रें उठा के
कोई देखे जो देखे
जीना कर दूँ मैं उसका झंड
मैं हरयाणे का शेर...
आसमान से गिरे खजूर पे अटके
नेताओं से मिले वो झूठ के छटके
छोडूंगा नहीं उन सालों को
विदेश से आये ग़ज़वालों को
धज़्ज़ियाँ उड़ेंगी उनकी डर के मारे
हरयाणे का ये शेर जो दहाड़े
नाम से काँपे मेरे ये सभी
चाहूँ बस मैं यही
जंगल है अब मेरा यही
जो गलत है करूँगा सही
कोई ललकारे खेल दिखा के
सामने आये आये आये
मैं बना दूँ उसकी रेत
हरयाणे का शेर...
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