लोग सारे राही - Log Saare Rahi (Bappi Lahiri, Manokaamnaa)

Movie/Album: मनोकामना (1980)
Music By: बप्पी लाहिड़ी
Lyrics By: इंदीवर
Performed By: बप्पी लाहिड़ी

लोग सारे राही, रास्ता जहां
साथी नहीं कोई किसी का यहाँ
लोग सारे राही...

धड़कन बन के दिल में रहे जो
समझे नहीं वो दिल की ज़ुबां
जन्मों का नाता जोड़ा था जिनसे
तोड़ के चले वो पल में कहाँ
लोग सारे राही...

सपने देखे सावन के हमने
किस्मत में तो सेहरा रहा
आँधी उड़ा के ले गयी बादल
मन प्यासे का प्यासा रहा
लोग सारे राही...

खो जाएँ जैसे रेत में झरना
जैसे गगन के बीच धुआँ
ऐसे खो गये हम रास्ते में
मिलता नहीं है खुद का निशाँ
लोग सारे राही...
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