मन जागे - Mann Jaage (Shahid Mallya, Bittoo Boss)

Movie/Album: बिट्टू बॉस (2012)
Music By: गजेन्द्र वर्मा
Lyrics By: असीम अहमद अब्बासी
Performed By: शाहिद माल्या

मन जागे सारी रात, मेरा दीवाना
मन माने ना ये बात, के वो तो बेगाना
है ख़ुद से ही ख़फ़ा ख़फ़ा
क्या चाहिये नहीं पता बावरा
पाया वो ना चाहा, चाहा वो ना पाया
जिसके पीछे भागे, वो साया है रे साया
क्या-क्या रस्ते ढूंढें, क्या-क्या दुःख न पाया
पर साया ठहरा साया, तेरे हाथों में ना आया

कोई सुबह जो मैं उठूँ, मुझे अगर मिले सुकूँ, बावरा
गिनता रहता तारे, लोटूँ मैं अंगारे
ख़ुद से लड़ता फिरता, ये जग को ठोकर मारे
खींचे-खींचे बैठे, बैठे-बैठे भागे
ना सुनता ख़ुद के आगे, ये पागल हो गया रे
पाया वो ना चाहा...

है ज़िन्दगी मुहाल क्यूँ, बना लिया ये हाल क्यूँ बता
उलझा-उलझा रहता, ना सुनता ना कुछ कहता
सूनी-सूनी आँखों से, रह-रह पानी बहता
टूटे सारे नाते, हारा मैं समझाते
बिछड़े दिन और साथी, फिर वापस नहीं आते

ये दर्द क्यूँ ये प्यास क्यूँ, फिरा करे उदास क्यूँ
ये रंग क्यूँ तलाश क्यूँ, बता बावरा
ठंडी आहें भर के, जीता है मर-मर के
प्यासा रह गया है, ये दरिया से गुज़र के
धोखे से नज़र के, झोंके से उम्र के
रेत के महल सा, ढह गया है बिखर के
ठंडी आहें भर के...

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