Movie/Album: आरक्षण (2011)
Music By: शंकर एहसान लॉय
Lyrics By: प्रसून जोशी
Performed By: गौरव गुप्ता, रेहान ख़ान, महालक्ष्मी अय्यर
ज़रा पंख खोलो फिर उड़ान देखना
ज़रा मौका तो दो फिर आसमान देखना
बराबर की लाइन तो खींचो ज़रा
फिर हिम्मत बड़ी या भगवान देखना
दे दे मौका दे दे
इक चानस तो दे दे मेरी जान तुम
मेरी जान तुम फिर उड़ान देखना...
गुज़रिया गुज़रिया गुज़रिया
चली लटक के हाँ दिखा दे दिखा दे हाँ
दिखा दे अदा चटक के
अरे मेरी गजक गजक
आजा गजक गजक करारी
लूट ले लूट ले लूट ले बस्ती सारी
दे दे मौका...
जिसका है बल्ला और है बॉल जिसकी
उसके ही नियम और हर बारी उसकी
हो ये खेल कब तक चलाओगे बोलो
उम्मीद का एक स्टेडियम तो खोलो
मौका तो दे दो भईया, मौका तो दे दो
उतरने तो दो फिर मैदान देखना
हो फड़फड़ाते हुए अरमान देखना
दे दे मौका...
कहीं कीर्ति मिलती नहाई हुई
पर्फ्यूम छिड़क कर के आई हुई
कहीं कोई थक कर निचोड़े पसीना
नहीं मिलती किस्मत की कमसिन हसीना
सबको दो शावर, फिर स्नान देखना
हाँ सोने के ज़ेवर क्या ख़ान देखना
दे दे मौका...
Music By: शंकर एहसान लॉय
Lyrics By: प्रसून जोशी
Performed By: गौरव गुप्ता, रेहान ख़ान, महालक्ष्मी अय्यर
ज़रा पंख खोलो फिर उड़ान देखना
ज़रा मौका तो दो फिर आसमान देखना
बराबर की लाइन तो खींचो ज़रा
फिर हिम्मत बड़ी या भगवान देखना
दे दे मौका दे दे
इक चानस तो दे दे मेरी जान तुम
मेरी जान तुम फिर उड़ान देखना...
गुज़रिया गुज़रिया गुज़रिया
चली लटक के हाँ दिखा दे दिखा दे हाँ
दिखा दे अदा चटक के
अरे मेरी गजक गजक
आजा गजक गजक करारी
लूट ले लूट ले लूट ले बस्ती सारी
दे दे मौका...
जिसका है बल्ला और है बॉल जिसकी
उसके ही नियम और हर बारी उसकी
हो ये खेल कब तक चलाओगे बोलो
उम्मीद का एक स्टेडियम तो खोलो
मौका तो दे दो भईया, मौका तो दे दो
उतरने तो दो फिर मैदान देखना
हो फड़फड़ाते हुए अरमान देखना
दे दे मौका...
कहीं कीर्ति मिलती नहाई हुई
पर्फ्यूम छिड़क कर के आई हुई
कहीं कोई थक कर निचोड़े पसीना
नहीं मिलती किस्मत की कमसिन हसीना
सबको दो शावर, फिर स्नान देखना
हाँ सोने के ज़ेवर क्या ख़ान देखना
दे दे मौका...
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