तू हर लम्हां - Tu Har Lamha (Arijit Singh, Khamoshiyan)

Movie/Album: खामोशियां (2015)
Music By: बाॅबी-इमरान
Lyrics By: सईद क़ादरी
Performed By: अरिजीत सिंह

वाकिफ तो हुए, तेरे दिल की बात से
छुपाया जिसे, तूने कायनात से
वाकिफ तो हुए, तेरे उस ख्याल से
छुपाया जिसे, तूने अपने आप से
कहीं ना कहीं तेरी आँखें, तेरी बातें
पढ़ रहें हैं हम
कहीं ना कहीं तेरे दिल में, धड़कनों में
ढल रहें हैं हम
तू हर लम्हां था मुझसे जुड़ा
चाहे दूर था मैं या पास रहा

उस दिन तू हाँ उदास रहे
तुझे जिस दिन हम ना दिखे, ना मिले
उस दिन तू चुपचाप रहे
तुझे जिस दिन कुछ ना कहे, ना सुने
मैं हूँ बन चुका, जीने की इक वजह
इस बात को, खुद से तू ना छुपा
तू हर लम्हां...

लब से भले तू कुछ ना कहे
तेरे दिल में हम ही तो बसें, या रहे
साँसें तेरी इकरार करें
तेरा हाथ अगर छू लें, पकड़ें
तेरी ख्वाहिशें कर भी दे तू बयां
यही वक़्त है, इनके इज़हार का
तू हर लम्हा...

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