Movie/Album: सिलसिला (1981)
Music By: शिव-हरि
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: लता मंगेशकर, अमिताभ बच्चन
नीला आसमाँ सो गया
लता मंगेशकर
आँसुओं में चाँद डूबा, रात मुरझाई
ज़िंदगी में दूर तक फैली है तन्हाई
जो गुज़रे हम पे वो कम है
तुम्हारे ग़म का मौसम है
नीला आसमाँ सो गया...
याद की वादी में गूँजे बीते अफ़साने
हमसफ़र जो कल थे, अब ठहरे वो बेगाने
मोहब्बत आज प्यासी है
बड़ी गहरी उदासी है
नीला आसमाँ सो गया...
अमिताभ बच्चन
ओस बरसे रात भीगे होंठ थर्राएँ
धड़कनें कुछ कहना चाहें कह नहीं पाएँ
हवा का गीत मद्धम है
समय की चाल भी कम है
नीला आसमाँ सो गया...
मेरी बाहों में शर्माते लजाते ऐसे तुम आए
के जैसे बादलों में चाँद धीरे धीरे आ जाए
ये तन्हाई ये मैं और तुम
ज़मीं भी हो गई गुमसुम
नीला आसमाँ सो गया...
Music By: शिव-हरि
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: लता मंगेशकर, अमिताभ बच्चन
नीला आसमाँ सो गया
लता मंगेशकर
आँसुओं में चाँद डूबा, रात मुरझाई
ज़िंदगी में दूर तक फैली है तन्हाई
जो गुज़रे हम पे वो कम है
तुम्हारे ग़म का मौसम है
नीला आसमाँ सो गया...
याद की वादी में गूँजे बीते अफ़साने
हमसफ़र जो कल थे, अब ठहरे वो बेगाने
मोहब्बत आज प्यासी है
बड़ी गहरी उदासी है
नीला आसमाँ सो गया...
अमिताभ बच्चन
ओस बरसे रात भीगे होंठ थर्राएँ
धड़कनें कुछ कहना चाहें कह नहीं पाएँ
हवा का गीत मद्धम है
समय की चाल भी कम है
नीला आसमाँ सो गया...
मेरी बाहों में शर्माते लजाते ऐसे तुम आए
के जैसे बादलों में चाँद धीरे धीरे आ जाए
ये तन्हाई ये मैं और तुम
ज़मीं भी हो गई गुमसुम
नीला आसमाँ सो गया...
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