Movie/Album: राजधानी (1956)
Music By: हंसराज बहल
Lyrics By: क़मर जलालाबादी
Performed By: लता मंगेशकर
पहली मुलाक़ात में दीवाना दिल हो गया
हो गया दीवाना, मस्ताना दिल हो गया
पहली मुलाक़ात में दीवाना...
हो जी हो अच्छी नहीं हमसे ये जोरा-जोरी बालमा
दुनिया में देखी नहीं ऐसी चोरी जालमा
दिल था हमारा, ये तुम्हारा कैसे हो गया
पहली मुलाक़ात में दीवाना...
हो जी हो आँख मिली तीर चले और कोई भा गया
ये भी मुझे याद नहीं कैसे दिल आ गया
इतना ही याद है कि खोने वाला खो गया
पहली मुलाक़ात में दीवाना...
हो जी हो अपना भी फैसला तू हमको सुनाये जा
जाने वाले बालमा इतना बताये जा
कोई था शिकारी, वो शिकार कैसे हो गया
पहली मुलाक़ात में दीवाना...
Music By: हंसराज बहल
Lyrics By: क़मर जलालाबादी
Performed By: लता मंगेशकर
पहली मुलाक़ात में दीवाना दिल हो गया
हो गया दीवाना, मस्ताना दिल हो गया
पहली मुलाक़ात में दीवाना...
हो जी हो अच्छी नहीं हमसे ये जोरा-जोरी बालमा
दुनिया में देखी नहीं ऐसी चोरी जालमा
दिल था हमारा, ये तुम्हारा कैसे हो गया
पहली मुलाक़ात में दीवाना...
हो जी हो आँख मिली तीर चले और कोई भा गया
ये भी मुझे याद नहीं कैसे दिल आ गया
इतना ही याद है कि खोने वाला खो गया
पहली मुलाक़ात में दीवाना...
हो जी हो अपना भी फैसला तू हमको सुनाये जा
जाने वाले बालमा इतना बताये जा
कोई था शिकारी, वो शिकार कैसे हो गया
पहली मुलाक़ात में दीवाना...
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