Movie/Album: अक्स (2001)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: अमिताभ बच्चन
भला बुरा, बुरा भला है
खोटे पर सब खरा पला है
भला बुरा, बुरा भला है...
झूठ सच का क्या पता है
एक ग़म, एक बड़ी बला है
चाल-ढाल सब एक जैसी
सारा कुछ ही नपा-तुला है
सच के सर जब धुंआ उठे तो
झूठ आग में जला हुआ है
भला बुरा, बुरा भला है...
काला है तो, काला होगा
मौत का ही मसाला होगा
चुना-कत्था ज़िन्दगी तो
सुपारी जैसा छाला होगा
पाप ने जना नहीं तो
पापियों ने पाला होगा
थूक से निकल गया था
भूख से निकाला होगा
भला बुरा, बुरा भला है...
वो जो अब, कहीं नहीं है
उस पे भी तो, यकीं नहीं है
रहता है जो फ़लक-फ़लक पे
उसका घर भी ज़मीं नहीं है
अक्ल का ख़याल अगर हो
शक्ल से भी हसीं नहीं है
पहले हर जगह पे था वो
सूना है अब वो कहीं नहीं है
भला बुरा, बुरा भला है...
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: अमिताभ बच्चन
भला बुरा, बुरा भला है
खोटे पर सब खरा पला है
भला बुरा, बुरा भला है...
झूठ सच का क्या पता है
एक ग़म, एक बड़ी बला है
चाल-ढाल सब एक जैसी
सारा कुछ ही नपा-तुला है
सच के सर जब धुंआ उठे तो
झूठ आग में जला हुआ है
भला बुरा, बुरा भला है...
काला है तो, काला होगा
मौत का ही मसाला होगा
चुना-कत्था ज़िन्दगी तो
सुपारी जैसा छाला होगा
पाप ने जना नहीं तो
पापियों ने पाला होगा
थूक से निकल गया था
भूख से निकाला होगा
भला बुरा, बुरा भला है...
वो जो अब, कहीं नहीं है
उस पे भी तो, यकीं नहीं है
रहता है जो फ़लक-फ़लक पे
उसका घर भी ज़मीं नहीं है
अक्ल का ख़याल अगर हो
शक्ल से भी हसीं नहीं है
पहले हर जगह पे था वो
सूना है अब वो कहीं नहीं है
भला बुरा, बुरा भला है...
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