Movie/Album: दिल ए नादान (1981)
Music By: खय्याम
Lyrics By: नक्श ल्यालपुरी
Performed By: लता मंगेशकर, किशोर कुमार
चाँदनी रात में, एक बार तुझे देखा है
ख़ुद पे इतराते हुए, ख़ुद से शर्माते हुए
चाँदनी रात में...
नीले अम्बर पे कहीं झूले में
सात रँगों के हसीं झूले में
नाज़-ओ-अंदाज़ से लहराते हुए
ख़ुद पे इतराते हुए, ख़ुद से शर्माते हुए
एक बार तुझे...
जागती झील के साहिल पे कहीं
ले के हाथों में कोई साज़-ए-हसीं
एक रँगीन ग़ज़ल गाते हुए
फूल बरसाते हुए, प्यार छलकाते हुए
एक बार तुझे...
खुल के बिखरे जो महकते गेसु
घुल गई जैसे हवा में ख़ुशबू
मेरी हर साँस को महकाते हुए
ख़ुद पे इतराते हुए...
तूने चेहरे पे झुकाया चेहरा
मैंने हाथों से छुपाया चेहरा
लाज से शर्म से घबराते हुए
फूल बरसाते हुए...
Music By: खय्याम
Lyrics By: नक्श ल्यालपुरी
Performed By: लता मंगेशकर, किशोर कुमार
चाँदनी रात में, एक बार तुझे देखा है
ख़ुद पे इतराते हुए, ख़ुद से शर्माते हुए
चाँदनी रात में...
नीले अम्बर पे कहीं झूले में
सात रँगों के हसीं झूले में
नाज़-ओ-अंदाज़ से लहराते हुए
ख़ुद पे इतराते हुए, ख़ुद से शर्माते हुए
एक बार तुझे...
जागती झील के साहिल पे कहीं
ले के हाथों में कोई साज़-ए-हसीं
एक रँगीन ग़ज़ल गाते हुए
फूल बरसाते हुए, प्यार छलकाते हुए
एक बार तुझे...
खुल के बिखरे जो महकते गेसु
घुल गई जैसे हवा में ख़ुशबू
मेरी हर साँस को महकाते हुए
ख़ुद पे इतराते हुए...
तूने चेहरे पे झुकाया चेहरा
मैंने हाथों से छुपाया चेहरा
लाज से शर्म से घबराते हुए
फूल बरसाते हुए...
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