Movie/Album: मान अभिमान (1980)
Music By: रविन्द्र जैन
Lyrics By: रविन्द्र जैन
Performed By: येसुदास
एक बुत से मोहब्बत कर के
मैंने यही जाना है
समझाये से जो न समझे
दिल ऐसा दीवाना है
एक बुत से मोहब्बत...
खूबसूरत है बला का
और बला से कम नहीं
उसका ग़म जी को लगे तो
जग का कोई ग़म नहीं
चले पाँव दिलों पे रख के
उसका ही ज़माना है
एक बुत से मोहब्बत...
फूल चम्पे का हसीं बेहद
मगर खुशबू नहीं
है मेरे महबूब में सब कुछ
वफ़ा की बू नहीं
कुछ भी हो मुझे घर अपना
उस गुल से सजाना है
एक बुत से मोहब्बत...
Music By: रविन्द्र जैन
Lyrics By: रविन्द्र जैन
Performed By: येसुदास
एक बुत से मोहब्बत कर के
मैंने यही जाना है
समझाये से जो न समझे
दिल ऐसा दीवाना है
एक बुत से मोहब्बत...
खूबसूरत है बला का
और बला से कम नहीं
उसका ग़म जी को लगे तो
जग का कोई ग़म नहीं
चले पाँव दिलों पे रख के
उसका ही ज़माना है
एक बुत से मोहब्बत...
फूल चम्पे का हसीं बेहद
मगर खुशबू नहीं
है मेरे महबूब में सब कुछ
वफ़ा की बू नहीं
कुछ भी हो मुझे घर अपना
उस गुल से सजाना है
एक बुत से मोहब्बत...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...