ना मिलो हमसे ज़्यादा - Naa Milo Humse Zyada (Kavita Krishnamurthy, Sonu Nigam, Baadal)

Movie/Album: बादल (2000)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: समीर
Performed By: कविता कृष्णामूर्ति, सोनू निगम

बादल की तरह आवारा तेरे दिल का सितारा
कभी यहाँ कभी वहाँ भटके ये प्यार का मारा
तेरे दिल का सितारा
दिल ढूंढे तू कहाँ जानेजाँ

मिलने से डरता है दिल, इकरार हो ना जाये
ना मिलो ना मिलो
ना मिलो हमसे ज़्यादा कहीं प्यार हो ना जाये
मिलने से डरता है..

बेताबी क्या होती जाने ना दिल
क्या बोले कहना भी माने ना दिल
देखो ना यूँ हमको चाहो सनम
चाहत की राहों में, हैं दर्द-ओ-ग़म
कितने पास हैं, फिर भी दूर हैं
दोनों इश्क़ में क्यों मजबूर हैं
हो नज़रों का तीर दिल के कहीं पार हो ना जाये
ना मिलो हमसे ज़्यादा...

दीवाना कर दे ना दीवानापन
कहती है इश्क़ पे ना ज़ोर सनम
जानेमन जानेजां ये दिल्लगी
देखो ना बन जाये दिल की लगी
कैसा दर्द है, कैसा हाल है
अब ना होश है, अब ना ख्याल है
हो कहीं जीना मरना भी दुश्वार हो ना जाये
ना मिलो हमसे ज़्यादा...

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