Movie/Album: तिश्नगी (2018)
Music By: गुफी
Lyrics By: दीपक अग्रवाल
Performed By: राहत फ़तेह अली खान
सूफी सलाम, सलाम, सलाम
सूफी सलाम, सलाम, सलाम
सूफी सलाम, सलाम, सलाम
आँखों ने मेरी, आँखों को तेरी
भेजा है दिल का पैयाम
देख मेरे इस दीवानेपन में
तेरी लगन सुबहो शाम
चाह की इल्म से, मैं गुज़र जो गया
तेरे दीदार से ही मुकम्मल हुआ
ख्वाहिशों का है तू ही क़याम
सूफी सलाम, सूफी सलाम...
मेहरबान हम पे तुम जो हुए हो
क़दरदान तेरे हम हो गए हैं
कुर्बत ने तेरी, फुरसत से मेरी
दर्द किया है तमाम
इश्क छुपता नहीं ये पता चल गया
चर्चा इस बात का हर जगह मिल गया
मेरे रब का है तू ही इनाम
सूफी सलाम...
मसरूर हमसे तुम जो हुए हो
तलबगार तेरे हम हो गए हैं
सूफी सलाम, सलाम, सलाम
सूफी सलाम, सलाम, सलाम
मसरूर हम से तुम जो हुए हो
तलबगार तेरे हम हो गए हैं
चाहत ने मेरी राहों से तेरी
पाया ख़ुशी का जहान
अक्स में जो तेरे मैं उतरने लगा
दिन-ब-दिन मैं खुदी में निखरने लगा
शौक-ए-दिल का है तू ही मक़ाम
सूफी सलाम...
Music By: गुफी
Lyrics By: दीपक अग्रवाल
Performed By: राहत फ़तेह अली खान
सूफी सलाम, सलाम, सलाम
सूफी सलाम, सलाम, सलाम
सूफी सलाम, सलाम, सलाम
आँखों ने मेरी, आँखों को तेरी
भेजा है दिल का पैयाम
देख मेरे इस दीवानेपन में
तेरी लगन सुबहो शाम
चाह की इल्म से, मैं गुज़र जो गया
तेरे दीदार से ही मुकम्मल हुआ
ख्वाहिशों का है तू ही क़याम
सूफी सलाम, सूफी सलाम...
मेहरबान हम पे तुम जो हुए हो
क़दरदान तेरे हम हो गए हैं
कुर्बत ने तेरी, फुरसत से मेरी
दर्द किया है तमाम
इश्क छुपता नहीं ये पता चल गया
चर्चा इस बात का हर जगह मिल गया
मेरे रब का है तू ही इनाम
सूफी सलाम...
मसरूर हमसे तुम जो हुए हो
तलबगार तेरे हम हो गए हैं
सूफी सलाम, सलाम, सलाम
सूफी सलाम, सलाम, सलाम
मसरूर हम से तुम जो हुए हो
तलबगार तेरे हम हो गए हैं
चाहत ने मेरी राहों से तेरी
पाया ख़ुशी का जहान
अक्स में जो तेरे मैं उतरने लगा
दिन-ब-दिन मैं खुदी में निखरने लगा
शौक-ए-दिल का है तू ही मक़ाम
सूफी सलाम...
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