Movie/Album: चोरी चोरी चुपके चुपके (2001)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: समीर
Performed By: अल्का याग्निक, उदित नारायण
देखने वालों ने क्या-क्या नहीं देखा होगा
मेरा दावा है के तुझसा नहीं देखा होगा
जिस तरह मैंने तेरी राह तकी है बरसों
यूँ किसी ने तेरा रस्ता नहीं देखा होगा
देखने वालों ने...
दिन हो चाहे रात हो, हम दोनों का साथ हो
होंठों पे मेरे सनम, बस तेरी ही बात हो
बस तुझे प्यार दूँ, बस तेरा नाम लूँ
बहके जो कभी, तुझको थाम लूँ
इस तरह से तुझे पलकों में छुपा लूँगा मैं
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही चेहरा होगा
देखने वालों ने...
छाई है क्या बेख़ुदी, ये दिल भी बेताब है
खुशबू बिखरे फूल से, बस इतना-सा ख़्वाब है
जब तक छाँव हो, जब तक धूप हो
ऐसा ही खिला, तेरा ये रूप हो
जिस तरह मैंने दुआओं में तुझे माँगा है
ऐसे रब से ना किसी ने तुझे माँगा होगा
देखने वालों ने...
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: समीर
Performed By: अल्का याग्निक, उदित नारायण
देखने वालों ने क्या-क्या नहीं देखा होगा
मेरा दावा है के तुझसा नहीं देखा होगा
जिस तरह मैंने तेरी राह तकी है बरसों
यूँ किसी ने तेरा रस्ता नहीं देखा होगा
देखने वालों ने...
दिन हो चाहे रात हो, हम दोनों का साथ हो
होंठों पे मेरे सनम, बस तेरी ही बात हो
बस तुझे प्यार दूँ, बस तेरा नाम लूँ
बहके जो कभी, तुझको थाम लूँ
इस तरह से तुझे पलकों में छुपा लूँगा मैं
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही चेहरा होगा
देखने वालों ने...
छाई है क्या बेख़ुदी, ये दिल भी बेताब है
खुशबू बिखरे फूल से, बस इतना-सा ख़्वाब है
जब तक छाँव हो, जब तक धूप हो
ऐसा ही खिला, तेरा ये रूप हो
जिस तरह मैंने दुआओं में तुझे माँगा है
ऐसे रब से ना किसी ने तुझे माँगा होगा
देखने वालों ने...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...