Movie/Album: 3 स्टोरीज़ (2018)
Music By: अमजद-नदीम
Lyrics By: अलौकिक राही
Performed By: सुमेधा करमहे
तितलियों सी बेफिकर मैं उड़ती फिरूँ
इस गली से उस गली महकती चलूँ
जैसे कोई अप्सरा मैं, उड़ी-उड़ी बन के हवा मैं
लगे सारे ख्वाब नये तू जो मिला मिला मिला
आजा ना दिल से करें मिल के करें रासलीला
आजा ना दिल से...
तेरी आँखों में रहना चाहूँ मैं
तेरी बाहों में घर बनाऊँ मैं
लगे सारी रौशनी ज़मीं पे उतर आई
तेरी परछाईं जबसे ज़िन्दगी में आई
जैसे कोई अप्सरा मैं...
तेरे होंठो को ये हुनर आए
दबे लफ़्ज़ों को ये समझ जाए
तेरी बदमाशियों से मैं न बच पाऊँ
तू जो कर दे इशारा, तुझमें सिमट जाऊँ
जैसे कोई अप्सरा मैं...
Music By: अमजद-नदीम
Lyrics By: अलौकिक राही
Performed By: सुमेधा करमहे
तितलियों सी बेफिकर मैं उड़ती फिरूँ
इस गली से उस गली महकती चलूँ
जैसे कोई अप्सरा मैं, उड़ी-उड़ी बन के हवा मैं
लगे सारे ख्वाब नये तू जो मिला मिला मिला
आजा ना दिल से करें मिल के करें रासलीला
आजा ना दिल से...
तेरी आँखों में रहना चाहूँ मैं
तेरी बाहों में घर बनाऊँ मैं
लगे सारी रौशनी ज़मीं पे उतर आई
तेरी परछाईं जबसे ज़िन्दगी में आई
जैसे कोई अप्सरा मैं...
तेरे होंठो को ये हुनर आए
दबे लफ़्ज़ों को ये समझ जाए
तेरी बदमाशियों से मैं न बच पाऊँ
तू जो कर दे इशारा, तुझमें सिमट जाऊँ
जैसे कोई अप्सरा मैं...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...