न चाह के भी - Na Chah Ke Bhi (Vishal Mishra, Shirley Setia, 5 Weddings)

Movie/Album: 5 वेडिंग्स (2018)
Music By: विशाल मिश्रा
Lyrics By: अभेन्द्र कुमार उपाध्याय
Performed By: विशाल मिश्रा, शर्ली सेटिया

मना किया था, लबों को अपने
के नाम तेरा, ले ना कभी
रोका बहुत के, ये चेहरा तेरा
ख़्वाबों को अपने, दे ना कभी
कुछ नहीं है पहले जैसा
आज कल सब नया है
कुछ अलग सा लग रहा है
ये जो है सिलसिला
न चाह के भी
न जाने क्यूँ तेरा हो गया
न चाह के भी...
(मना किया था)

मेरे आगे क्यूँ बिछे हैं
इश्क वाले धागे-धागे
उसमें लिपटा सा मिल गया
तू मिल गया
सादे-सादे थे इरादे
आधे-आधे जो थे वादे
आ के तू इनसे क्यूँ जुड़ गया
जुड़ गया
हाथों में हो हाथ तेरा
तो सफ़र का मज़ा है
जिस सफ़र में तुम न हो तो
वो महज़ इक सज़ा
न चाह के भी...

थोड़ा थोड़ा करते देखो
सारे हुए तुम्हारे हम
मीठे-मीठे होने लगे
पहले तो हाँ थे खारे हम
मैं कोरा सा कागज़
जिसकी स्याही तू ही
पढ़ते हैं सब मुझको
आओ तुम भी पढ़ो ना
कभी होता न था
जाने क्यों हो गया
न चाह के भी...

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