कब से कब तक - Kab Se Kab Tak (Vibha, Ranveer, Kaam Bhaari, Gully Boy)

Movie/Album: गली बॉय (2019)
Music By: अंकुर तिवारी, कर्श काले
Lyrics By: अंकुर तिवारी, काम भारी
Performed By: विभा सर्राफ, रणवीर सिंह, काम भारी

कोई तो हो जो हमको हमसे मिला दे
कोई दिखा दे वो रास्ता
कोई तो हो जो हमको ये बता दे
ख़ुद से होते हैं ख़ुद कैसे जुदा

मैं सबसे पूछूँ के ये
कब से कब तक हमसे रगबत
मैं सबसे पूछूँ के ये...
आ कब से कब तक
आ कब से कब तक हमसे रगबत
मैं सोचूँ हर घड़ी ये सर चढ़ी तलब है या
या इनकी बड़बड़ी पे दिल मेरा धड़क गया
ये बेसबर है आज कहना चाहे तुझको कुछ
तू मुझसे खुश तो बाँट ले ना मेरा दुःख
हमको, हमसे, मिला दे
हमको, हमसे, मिला दे

है दोस्ती जो तुमसे कर ली कब से हमने जबसे
ये रौशनी है तब से टूटे तारे रूठे रब से
क्या जादूगरी करी तूने है छोरी रे
चोरी किया दिल चोरी चोरी चोरी रे
क्या सपने हमने भी सजा रखे हैं ख़ूबसूरत
आशिकी है हद से ज़्यादा, इश्क में हूँ तेरे मूरख
मिला दे हमको हमसे
ग़म को ढंग से महसूस करूँ
तेरे संग में मेरे सपने अपने महफूज़ रखूँ
मुझको चईये तेरे इश्क का नशा
और तुझको चईये मेरे दिल के टुकड़ों का मज़ा
देखो मुकरो ना बता दो मुझको
हाल-ए-दिल तुम्हारा भी
ठुकरो ना यूँ रिश्ते को
तो जानो दिल हमारा भी
मैं सबसे पूछूँ के ये...

ज़िन्दगी ज़हर का प्याला
पी लिया पिया के नाम
जी गए तो दुनिया हारे
गिर गए गिरा के जाम
मुश्किलों से मुश्किलों की
मुश्किलें संभाली हैं
मुश्किलों की कजरी गा के
कश्तियाँ सँवारी हैं
हमने भी वफ़ा की हमने
हमने भी दग़ा की है
हमने ही जुदाई जीती
हमने ही सदा की है
हमने तुझको पा के खोया
हमने तुझको खो के पाया
हमने तेरे वास्ते
ये लिख दी है कव्वाली के
नज़रों के ये काले घेरे
इनमें ही समा लो ना
अपने मैं बना लो इनको
दे दो मुझको टालो ना
मैं छोड़ जाता दुनिया
लापता सा हो जो जाता
तो क्या तू खोजता
मैं सपने ओढ़ सो जो जाता
मैं रोक पाता खुद को
इस झमेले से तो
कहता ना यूँ तुझको
के तू मुझको अब अकेले छोड़
मैं सबसे पूछ के ये...

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