हर तरफ़ हर जगह - Har Taraf Har Jagah (Lata Mangeshkar, Jagjit Singh, Sajda)

Movie/Album: सजदा (1991)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: निदा फ़ाज़ली
Performed By: जगजीत सिंह, लता मंगेशकर

हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी
फिर भी तन्हाइयोँ का शिकार आदमी

सुबह से शाम तक बोझ ढोता हुआ
अपनी ही लाश का ख़ुद मज़ार आदमी
फिर भी तन्हाइयों का...

हर तरफ़ भागते-दौड़ते रास्ते
हर तरफ़ आदमी का शिकार आदमी
फिर भी तन्हाइयों का...

रोज़ जीता हुआ, रोज़ मरता हुआ
हर नये दिन नया इंतज़ार आदमी
फिर भी तन्हाइयों का...

ज़िन्दगी का मुक़द्दर सफ़र-दर-सफ़र
आख़री साँस तक बेक़रार आदमी
फिर भी तन्हाइयों का...
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