Movie/Album: मिर्ज़ा ग़ालिब (टी वी सीरियल) (1988)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: बहादुर शाह ज़फ़र
Performed By: भूपिंदर सिंह
या मुझे अफ़सर-ए-शाहा ना बनाया होता
या मेरा ताज गदाया ना बनाया होता
ख़ाकसारी के लिए गरचे बनाया था मुझे
काश, संग-ए-जाना ना बनाया होता
नशा-ए-इश्क़ का गर ज़र्फ दिया था मुझको
उम्र का तंग न पैमाना बनाया होता
रोज़ मामूरा-ए-दुनिया में ख़राबी है 'ज़फ़र'
ऐसी बस्ती से तो वीराना बनाया होता
या मुझे अफ़सर-ए-शाहा...
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: बहादुर शाह ज़फ़र
Performed By: भूपिंदर सिंह
या मुझे अफ़सर-ए-शाहा ना बनाया होता
या मेरा ताज गदाया ना बनाया होता
ख़ाकसारी के लिए गरचे बनाया था मुझे
काश, संग-ए-जाना ना बनाया होता
नशा-ए-इश्क़ का गर ज़र्फ दिया था मुझको
उम्र का तंग न पैमाना बनाया होता
रोज़ मामूरा-ए-दुनिया में ख़राबी है 'ज़फ़र'
ऐसी बस्ती से तो वीराना बनाया होता
या मुझे अफ़सर-ए-शाहा...
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