Movie/Album: घोस्ट (2019)
Music By: आर्को प्रावो मुखर्जी
Lyrics By: आर्को प्रावो मुखर्जी
Performed By: आकांक्षा शर्मा, आर्को प्रावो मुखर्जी
जलते-बुझते, मद्धम-मद्धम
तारों में लिपटी रात है
कैसे जाने दें तुम्हें
तुमसे जुड़ी हर बात है
तेरे लबों पे मेरी कहानी
हाथों में मेरा हाथ है
कैसे ना चाहें तुम्हें
तुमसे ही तो ये रात है
यूँ सिलवटों में ही छुपे
राज़ सारे रहने दो
ज़र्रा-ज़र्रा महसूस हो
लम्हों को ऐसे बहने दो
नज़दीक़ियाँ महसूस हो
लम्हों को ऐसे बहने दो
दोहरा रही है फिर वो कहानी
फिर से वो ही जज़्बात है
कैसे जाने दें तुम्हें
तुमसे जुड़ी हर बात है
मानो के जैसे पाया जहाँ है
हाथों में जो तेरा हाथ है
कैसे ना चाहें तुम्हें...
बूँदों की ये साज़िशें
करे कैसी हरकतें
आहिस्ता-आहिस्ता
से जगी हैं हसरतें
हाँ महकी है तुमसे चाँदनी
तुमसे ही तो बरसात है
कैसे जाने दें तुम्हें
तुमसे जुड़ी हर बात है
तेरे लबों पे मेरी कहानी...
जलते-बुझते...
Music By: आर्को प्रावो मुखर्जी
Lyrics By: आर्को प्रावो मुखर्जी
Performed By: आकांक्षा शर्मा, आर्को प्रावो मुखर्जी
जलते-बुझते, मद्धम-मद्धम
तारों में लिपटी रात है
कैसे जाने दें तुम्हें
तुमसे जुड़ी हर बात है
तेरे लबों पे मेरी कहानी
हाथों में मेरा हाथ है
कैसे ना चाहें तुम्हें
तुमसे ही तो ये रात है
यूँ सिलवटों में ही छुपे
राज़ सारे रहने दो
ज़र्रा-ज़र्रा महसूस हो
लम्हों को ऐसे बहने दो
नज़दीक़ियाँ महसूस हो
लम्हों को ऐसे बहने दो
दोहरा रही है फिर वो कहानी
फिर से वो ही जज़्बात है
कैसे जाने दें तुम्हें
तुमसे जुड़ी हर बात है
मानो के जैसे पाया जहाँ है
हाथों में जो तेरा हाथ है
कैसे ना चाहें तुम्हें...
बूँदों की ये साज़िशें
करे कैसी हरकतें
आहिस्ता-आहिस्ता
से जगी हैं हसरतें
हाँ महकी है तुमसे चाँदनी
तुमसे ही तो बरसात है
कैसे जाने दें तुम्हें
तुमसे जुड़ी हर बात है
तेरे लबों पे मेरी कहानी...
जलते-बुझते...
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