Movie/Album: कुछ तो है (2003)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: समीर
Performed By: सुनिधि चौहान, के.के.
महबूबा, महबूबा
तू है मेरे दिल का अजूबा
तेरे इश्क़ की दीवानगी
सर पे चढ़ के बोले
तूने क्या किया, ये क्या हुआ
दिल डिंग डॉञ्ग डिंग डोले
दिल डिंग डॉञ्ग डिंग डोले
नज़रें मिला के पलकें झुकाए
अपना दीवाना मुझको बनाये
ऐसी बातों से कुछ होता है
नींद उड़ती है, चैन खोता है
इन बाहों में अब आने दे
आने दे, आने दे
जादू का जादू छाने दे
छाने दे, छाने दे
है कसम तुझे ऐसे ना मुझे तड़पा
तेरे ख्वाब की आवारगी
सर पे चढ़ के बोले
तूने क्या किया...
सोलह बरस तो मैंने संभाला
इस दिल को तूने मुश्किल में डाला
इस उमर में ही दिल धड़कता है
मिलने-जुलने को ये तड़पता है
अब तन्हाई तड़पाती है
तड़पाती है, तड़पाती है
बेचैनी बढ़ती जाती है
बेचैनी बढ़ती जाती है
ये दर्द है क्या, ये प्यास है क्या
इतना तो मुझे समझा
ये बेख़ुदी, ये आशिक़ी
सर पे चढ़ के बोले
तूने क्या किया...
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: समीर
Performed By: सुनिधि चौहान, के.के.
महबूबा, महबूबा
तू है मेरे दिल का अजूबा
तेरे इश्क़ की दीवानगी
सर पे चढ़ के बोले
तूने क्या किया, ये क्या हुआ
दिल डिंग डॉञ्ग डिंग डोले
दिल डिंग डॉञ्ग डिंग डोले
नज़रें मिला के पलकें झुकाए
अपना दीवाना मुझको बनाये
ऐसी बातों से कुछ होता है
नींद उड़ती है, चैन खोता है
इन बाहों में अब आने दे
आने दे, आने दे
जादू का जादू छाने दे
छाने दे, छाने दे
है कसम तुझे ऐसे ना मुझे तड़पा
तेरे ख्वाब की आवारगी
सर पे चढ़ के बोले
तूने क्या किया...
सोलह बरस तो मैंने संभाला
इस दिल को तूने मुश्किल में डाला
इस उमर में ही दिल धड़कता है
मिलने-जुलने को ये तड़पता है
अब तन्हाई तड़पाती है
तड़पाती है, तड़पाती है
बेचैनी बढ़ती जाती है
बेचैनी बढ़ती जाती है
ये दर्द है क्या, ये प्यास है क्या
इतना तो मुझे समझा
ये बेख़ुदी, ये आशिक़ी
सर पे चढ़ के बोले
तूने क्या किया...
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