Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी
गुज़रे हैं आज इश्क़ में
हम उस मक़ाम से
नफ़रत-सी हो गई है
मुहब्बत के नाम से
गुज़रे हैं
हमको न ये गुमान था
ओ संगदिल सनम
राह-ए-वफ़ा से तेरे
बहक जाएँगे क़दम
छलकेगा ज़हर भी
तेरी आँखों के जाम से
गुज़रे हैं आज इश्क़ में...
ओ बेवफ़ा, तेरा भी
यूँ ही टूट जाए दिल
तू भी तड़प-तड़प के
पुकारे के हाय दिल
तेरा भी सामना हो कभी
ग़म की शाम से
हम वो नहीं जो प्यार में
रो कर गुज़ार दें
परछाई भी हो तेरी तो
ठोकर पे मार दें
वाक़िफ़ हैं हम भी ख़ूब
हर एक इंतक़ाम से
गुज़रे हैं आज इश्क़ में...
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