Music By: अजय-अतुल
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: सुखविंदर सिंह, श्रेया घोषाल
सर-र-र होलिका जले, शत्रु राख में मिले
हमने जब-जब शमशीरें तानी हैं, माय भवानी
सन-न-न आँधियाँ उठे, शत्रु जड़ से ही मिटे
हमने बात यही मन में ठानी है, माय भवानी
हम सब मर्द मावळे बड़े खुद्दार हैं
अब हर एक दिन स्वराज का त्यौहार है
अब ये शीश ना झुके, तेरी लाज हम रखें
तेरे चरणों की शपथ माँ जगदम्बे है, माय भवानी
हे माय भवानी
(ये उध-उध-उध, ये उध-उध-उध)
(ये उध-उध-उध, ये उध-उध-उध ये)
हो, धुआँ-धुआँ गहरा था, घना था अँधेरा था
तूने उसमें रोशनी भरी
हे, दान दिया भक्ति का, दान दिया शक्ति का
तूने ही तो झोलियाँ भरी
जो भी बरसों-बरसों तरसे थे
आई उन होठों पे हँसी
अम्बे माता, तेरी किरपा से
मेरे घर में आई ख़ुशी
हम चट्टान से डटे
कभी ना राह से हटे
हमने बात यही मन में ठानी है, माय भवानी
हो, सन-न-न आँधियाँ उठे, शत्रु जड़ से ही मिटे
हमने जब-जब शमशीरें तानी है, माय भवानी
हम सब मर्द मावळे बड़े खुद्दार हैं...
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