Music By: हितेश सोनिक
Lyrics By: लव रंजन
Performed By: दलेर मेहंदी
हे या, हे या
ज़रा गिर के देख, तू भिड़ के देख
फिर ख्वाबों पे, तू मिट के देख
ज़रा गिर के देख, तू भिड़ के देख
फिर ख्वाबों पे, तू मिट के देख
मैदान भी होगा तेरा, तू हक से माँग
लगा मिट्टी माथे, लगा मिट्टी माथे
लगा मिट्टी माथे
और ले छलांग
और ले छलांग
और ले छलांग
हे या
और ले छलांग
और ले छलांग
और ले छलांग
हे या
हे या
लिखी है जो हाथों पर, वो बस लकीर है
लिखी है जो हाथों पर, वो बस लकीर है
लिखनी आसमानों पर अपनी तकदीर है
पूछा है उसने तुझसे, ज़ाया न कर ये मौका
छीन ले अपनी किस्मत, है किसने तुझको रोका
अपनी कमज़ोरियों की हर हद तू लाँघ
लगा मिट्टी माथे...
हे या
माथे पे जो ये बल है
भय का गाढ़ा दलदल है
दलदल पे भागना है
हर तीर दागना है
चीर दे अंधेरा, दे सीधे बाण
लगा मिट्टी माथे...
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