Music By: मन्ना डे
Lyrics By: मधुकर राजस्थानी
Performed By: मन्ना डे
बिन सावन नयन भरे
अब सावन में क्या होगा
बरसेगी आग नई
अँसुवन से बुझाना होगा
बिन बोले जो तुमने दिया था
लगता है अब वो सपना था
सच तो ये है, सुख में लिपटा
दुःख पाया था, सुख समझा था
तुम क्या बदले, जीवन बदला
क्या-क्या सहना होगा
बिन सावन नयन भरे...
दूर-दूर तक मौत है छाई
मैंने बुलाया पास न आई
लोक-लाज से डर कर शायद
तेरी तरह वो हुई पराई
जाने कब तक मौत से मिलने
यूँ ही तरसना होगा
बिन सावन नयन भरे...
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