Music By: बादशाह
Lyrics By: बादशाह
Performed By: बादशाह, आस्था गिल
उसने मुझे छुआ भी नहीं
ऐसा वैसा कुछ हुआ भी नहीं
नज़र थी पैनी, हुई बेचैनी
आँखों-आँखों में शैतानी हो गई
सैयाँ ने देखा ऐसे
मैं पानी-पानी हो गई
मैं पानी-पानी हो गई
मैं पानी-पानी हो गई
चलेगी क्या
ग्लास पड़ा है खाली भरेगी क्या
साथ आये लौंडे से डरेगी क्या
अन्दर की फीलिंग से लड़ेगी क्या
हद हो गई, हद से आगे भी बढ़ेगी क्या
नौ एकड़ में फारम, फारम पे घोड़े
घोड़े पे चढ़ेगी क्या
वन टू थ्री
गाड़ी के बोनट से निकले परी
लौंडे आगे कहीं टिकते नहीं
पाते हैं गाड़ी मेरी लिख ले कहीं
चल निकलें कहीं
ऐसी हूँ खोयी, कभी खोयी ही नहीं
आँखें मिली हैं जब से सोयी ही नहीं
दुनिया से सुने हैं किस्से तेरे
जाने क्या आएगा हिस्से मेरे
इसी खयाल में दीवानी हो गई
सैयाँ ने देखा ऐसे...
इमेज खराब, काम गलत
है न्यूज़ में नाम आता हर वीक
फिर भी जहाँ से गुज़रूँ
हर बंदी के मुँह से निकले चीख
हाथ पकड़ पर दिल ना लगा
जो कहती है कर के दिखा
सुनने में आया है तू मरती है हमपे
मरके दिखा
रहने दे, मुँह बंद रख
आँखें जो कहती हैं कहने दे
बहुत रुकी है आज तू
पानी बन के खुद को बहने दे
इट्स यो बॉय बादशाह
नज़र थी पैनी, हुई बेचैनी
आँखों आँखों में शैतानी हो गई
सैयाँ ने देखा ऐसे
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