मस्त नज़रों से - Mast Nazron Se (Jubin Nautiyal)

Movie/Album: मस्त नज़रों से (2022)
Music By: रोचक कोहली
Lyrics By: मनोज मुंतशिर, फारुख फतेह अली खान
Performed By: जुबिन नौटियाल

हाँ बारिशों का वो महीना
भूल पाएँगे कभी ना
ज़ुल्फ़ से जब पानी झटका तूने झूम के
हाय ऐसी खूबसूरत
भूल बैठे हम शराफत
लौट आयी पागल आँखें तुझको चूम के

इश्क़ था या ज़हर चढ़ गया था
होश में आज तक आ ना पाये
मस्त नज़रों से अल्लाह बचाये
मस्त नज़रों से अल्लाह बचाये
ओ हुस्न वालों से अल्लाह बचाये
मस्त नज़रों से अल्लाह बचाये
ओ हुस्न वालों से अल्लाह बचाये

आशिकी कातिलों की गली है
आशिकी कातिलों की गली है
जीते जी कोई वापस ना आये
मस्त नज़रों से...

हम्म हम अकेले थे मज़े में
बिन पिये ही थे नशे में
एक दिन हमें रास्ते में
मिल गए फिर तुम
राँझे मजनू अगले पिछले
याद आये जब हम फिसले
हँस के ले ली जान निकले
ऐसे शातिर तुम
तौबा-तौबा वो तलवार आँखें
तौबा-तौबा वो तलवार आँखें
चीर डाला जिगर हाय हाय
मस्त नज़रों से...

हम तुम्हारे तुम्हारे तुम्हारे हुए
हम तुम्हारे तुम्हारे तुम्हारे हुए
खाक थे पहले अब तो सितारे हुए
हम तुम्हारे तुम्हारे तुम्हारे हुए
उसकी रहमत के ऐसे इशारे हुए
उसकी रहमत के ऐसे इशारे हुए
तुम हमारे हमारे हमारे हुए

हाँ इश्क़ अपना है मासूम इसको
इश्क़ अपना है मासूम इसको
दुश्मनों की नज़र लग ना जाये
बुरी नज़रों से अल्लाह बचाये
बुरी नज़रों से अल्लाह बचाये
इश्क़ वालों को अल्लाह बचाये
बुरी नज़रों से अल्लाह बचाये
हाँ इश्क़ वालों को अल्लाह बचाये
इश्क़ वालों को अल्लाह बचाये
इश्क़ वालों को अल्लाह बचाये

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