Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: जगजीत सिंह
क्या बताएँ कि जाॅं गई कैसे
फिर से दोहराएँ वो घड़ी कैसे
क्या बताएँ कि जाॅं...
किसने रस्ते में चाॅंद रखा था
मुझको ठोकर वहाॅं लगी कैसे
क्या बताएँ कि जाॅं...
वक़्त पे पाॅंव कब रखा हमने
ज़िन्दगी मुॅंह के बल गिरी कैसे
क्या बताएँ कि जाॅं...
आँख तो भर गई थी पानी से
तेरी तस्वीर जल गई कैसे
क्या बताएँ कि जाॅं...
हम तो अब याद भी नहीं करते
आपको हिचकी लग गई कैसे
क्या बताएँ कि जाॅं...
No comments :
Post a Comment
यह वेबसाइट/गाना पसंद है? तो कुछ लिखें...