Music By: तनिष्क बागची
Lyrics By: तनिष्क बागची
Performed By: असीस कौर, जुबिन नौटियाल
तेरी मेरी गल्लाँ हो गयी मशहूर
करना कभी तू मुझे नज़रों से दूर
कित्थे चलिए, तू कित्थे चलिए
तू कित्थे चलिए
जाणदा ऐ दिल ये तो, जाणदी ऐ तू
तेरे बिन मैं ना रहूँ, मेरे बिना तू
कित्थे चली ऐ...
काटूँ कैसे राताँ ओ साँवरे
जिया नहीं जाता सुन बावरे
के राताँ लंबियाँ लंबियाँ रे
कटे तेरे संगेया संगेया रे
के राताँ लंबियाँ लंबियाँ रे
कटे तेरे संगेया संगेया रे
चम चम चम अम्बरां दे तारे
कहन्दे ने सजणा
तू ही चन मेरे इस दिल दा
मन ले वे सजणा
तेरे बिना मेरा होवे ना गुज़ारा
छड के ना जावीं मैनु
तू ही है सहारा
काटूँ कैसे राताँ...
तेरी मेरी गल्लाँ हो गयी मशहूर
करना कभी तू मुझे नज़रों से दूर
पिच्छे चलिए, तेरे पिच्छे चलिए
तेरे पिच्छे चलिए
जाणदा ऐ दिल ये तो, जाणदी ऐ तू
तेरे बिन मैं न रहूँ, मेरे बिना तू
कित्थे चलिए...
काटूँ कैसे राताँ...
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