Movie/Album: जब वी मेट (2007)
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: शान, उस्ताद सुलतान खान
हम जो चलने लगे, चलने लगे हैं ये रास्ते
मंज़िल से बेहतर, लगने लगे हैं ये रास्ते
आओ खो जाएँ हम, हो जाएँ हम यूँ लापता
आओ मीलों चलें, जाना कहाँ न हो पता
बैठे-बैठे ऐसे कैसे कोई, रस्ता नया सा मिले
तू भी चले मैं भी चलूँ, होंगे कम ये तभी फासले
आओ तेरा मेरा, ना हो किसी से वास्ता
आओ मीलों चलें, जाना कहाँ न हो पता
हम जो चलने लगे...
मैं समझाऊं की थारे बिना जी ना लगे
आँखें खोलें नींदें बोलें जाने, कैसी जगी बेखुदी
यहाँ-वहाँ देखो कहाँ ले के, जाने लगी बेखुदी
आओ मिल जायेगा, होगा जहाँ पे रास्ता
आओ मीलों चलें...
सजनी सजनी तुम्हीं मत जानियो
प्रीत की ये प्रीत न करियो...
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: शान, उस्ताद सुलतान खान
हम जो चलने लगे, चलने लगे हैं ये रास्ते
मंज़िल से बेहतर, लगने लगे हैं ये रास्ते
आओ खो जाएँ हम, हो जाएँ हम यूँ लापता
आओ मीलों चलें, जाना कहाँ न हो पता
बैठे-बैठे ऐसे कैसे कोई, रस्ता नया सा मिले
तू भी चले मैं भी चलूँ, होंगे कम ये तभी फासले
आओ तेरा मेरा, ना हो किसी से वास्ता
आओ मीलों चलें, जाना कहाँ न हो पता
हम जो चलने लगे...
मैं समझाऊं की थारे बिना जी ना लगे
आँखें खोलें नींदें बोलें जाने, कैसी जगी बेखुदी
यहाँ-वहाँ देखो कहाँ ले के, जाने लगी बेखुदी
आओ मिल जायेगा, होगा जहाँ पे रास्ता
आओ मीलों चलें...
सजनी सजनी तुम्हीं मत जानियो
प्रीत की ये प्रीत न करियो...
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