Movie/Album: रॉक ऑन (2008)
Music By: शंकर एहसान लॉय
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: फरहान अख्तर
सिंदबाद द सेलर एक जहाज़
में जब चला
मेरे यार सुन लो, सुन लो
ढूँढ रहा था एक नयी दुनिया का पता
मेरे यार सुन लो, सुन लो
वो अनजाने राहों में था
वो लहरों की बाहों में था
सब ने कहा था इन समन्दरों में जाना नहीं
मेरे यारों सुन लो, सुन लो
ख़्वाबों के पीछे जा के कुछ भी है पाना नहीं
मेरे यार सुन लो, सुन लो
वो अपनी ही धुन में रहा
वो सुनता था दिल का कहा
उसके थे जो सपने वही उसके थे अपने
ऐसा था सिंदबाद द सेलर
उसका जहाज़ घिरा तूफानों में
मेरे यारों सुनलो सुनलो
फ़िर भी ना आई कमी उसके अरमानों में
मेरे यारों सुनलो सुनलो
वो दीवाना ऐसा ही था
वो सपनों का हमराही था
उसके थे जो सपने वही थे उसके अपने
ऐसा था सिंदबाद द सेलर
वो कुछ पाने की चाह में
वो बढ़ता रहा राहों में
गहरा समंदर था
ऊँची ऊँची लहरें
मेरे यारों सुनलो सुनलो
कश्तियाँ जिनमें की मुश्किल से ठहरें
मेरे यारों सुनलो सुनलो
वो साहिल तक आ ही गया
वो मंजिल को पा ही गया
उसके थे जो सपने वही थे उसके अपने
ऐसा था सिंदबाद द सेलर
तुम हो तो गाता है दिल
तुम नहीं तो गीत कहाँ
तुम हो तो है सब हासिल
तूम नहीं तो क्या है यहाँ
तुम हो तो है सपनों के जैसा हसीं
एक समां
जो तुम हो तो ये लगता है
की मिल गई हर खुशी
जो तुम ना हो तो ये लगता है
की हर खुशी में है कमी
तुमको है मांगती
ये ज़िन्दगी...
Music By: शंकर एहसान लॉय
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: फरहान अख्तर
सिंदबाद द सेलर एक जहाज़
में जब चला
मेरे यार सुन लो, सुन लो
ढूँढ रहा था एक नयी दुनिया का पता
मेरे यार सुन लो, सुन लो
वो अनजाने राहों में था
वो लहरों की बाहों में था
सब ने कहा था इन समन्दरों में जाना नहीं
मेरे यारों सुन लो, सुन लो
ख़्वाबों के पीछे जा के कुछ भी है पाना नहीं
मेरे यार सुन लो, सुन लो
वो अपनी ही धुन में रहा
वो सुनता था दिल का कहा
उसके थे जो सपने वही उसके थे अपने
ऐसा था सिंदबाद द सेलर
उसका जहाज़ घिरा तूफानों में
मेरे यारों सुनलो सुनलो
फ़िर भी ना आई कमी उसके अरमानों में
मेरे यारों सुनलो सुनलो
वो दीवाना ऐसा ही था
वो सपनों का हमराही था
उसके थे जो सपने वही थे उसके अपने
ऐसा था सिंदबाद द सेलर
वो कुछ पाने की चाह में
वो बढ़ता रहा राहों में
गहरा समंदर था
ऊँची ऊँची लहरें
मेरे यारों सुनलो सुनलो
कश्तियाँ जिनमें की मुश्किल से ठहरें
मेरे यारों सुनलो सुनलो
वो साहिल तक आ ही गया
वो मंजिल को पा ही गया
उसके थे जो सपने वही थे उसके अपने
ऐसा था सिंदबाद द सेलर
तुम हो तो गाता है दिल
तुम नहीं तो गीत कहाँ
तुम हो तो है सब हासिल
तूम नहीं तो क्या है यहाँ
तुम हो तो है सपनों के जैसा हसीं
एक समां
जो तुम हो तो ये लगता है
की मिल गई हर खुशी
जो तुम ना हो तो ये लगता है
की हर खुशी में है कमी
तुमको है मांगती
ये ज़िन्दगी...
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ReplyDeleteIs this possible?
no.. that's not possible..
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