Movie/Album: मुस्कान
Music By : पंकज उदास
Lyrics By : वसीम बरेलवी
Performed by : पंकज उदास
मोहब्बत नासमझ होती है समझाना ज़रूरी है
जो दिल में है उसे आँखों से कहलाना ज़रूरी है
नयी उम्रों की अनजानी जिदों को कौन समझाए
कहाँ से बच के चलना है कहाँ जाना ज़रूरी है
जो दिल में...
तेरी बेबाकियों को इसका अंदाजा नहीं शायद
किसी दिल में जगह पाने को शर्माना ज़रूरी है
जो दिल में...
सलीका ही नहीं शायद उसे महसूस करने का
जो कहता है खुदा है तो नज़र आना ज़रूरी है
जो दिल में...
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