Movie/Album: अराधना (1969)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: एस.डी.बर्मन
बनेगी आशा इक दिन तेरी ये निराशा
काहे को रोये, चाहे जो होए
सफल होगी तेरी अराधना
काहे को रोये...
दिया टूटे तो है माटी
जले तो ये ज्योति बने
बहे आंसू तो है पानी
रुके तो ये मोती बने
ये मोती आँखों की
पूँजी है ये ना खोये
काहे को रोये...
समां जाए इसमें तूफ़ान
जिया तेरा सागर सामान
नज़र तेरी कहे नादान
छलक गयी गागर सामान
जाने क्यों तूने यूं
आंसुवन से नैन भिगोये
काहे को रोये...
कहीं पे है दुःख की छाया
कहीं पे है खुशियों की धुप
बुरा भला जैसा भी है
यही तो है बगिया का रूप
फूलों से, काँटों से
माली ने हार पिरोये
काहे को रोये...
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: एस.डी.बर्मन
बनेगी आशा इक दिन तेरी ये निराशा
काहे को रोये, चाहे जो होए
सफल होगी तेरी अराधना
काहे को रोये...
दिया टूटे तो है माटी
जले तो ये ज्योति बने
बहे आंसू तो है पानी
रुके तो ये मोती बने
ये मोती आँखों की
पूँजी है ये ना खोये
काहे को रोये...
समां जाए इसमें तूफ़ान
जिया तेरा सागर सामान
नज़र तेरी कहे नादान
छलक गयी गागर सामान
जाने क्यों तूने यूं
आंसुवन से नैन भिगोये
काहे को रोये...
कहीं पे है दुःख की छाया
कहीं पे है खुशियों की धुप
बुरा भला जैसा भी है
यही तो है बगिया का रूप
फूलों से, काँटों से
माली ने हार पिरोये
काहे को रोये...
कब तक का सबस से बेहतीन गाना, मैं अब क्या कहूं।
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