Movie/Album: छलिया (1960)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: कमर जलालाबादी
Performed By: मुकेश
मेरे टूटे हुए दिल से
कोई तो आज ये पूछे
के तेरा हाल क्या है
मेरे टूटे हुए दिल से...
किस्मत तेरी रीत निराली
ओ छलिये को छलने वाली
फूल खिला तो टूटी डाली
जिसे उल्फत समझ बैठा
मेरी नज़रों का धोखा था
किसी की क्या खता है
मेरे टूटे हुए दिल से...
मांगी मुहब्बत पाई जुदाई
दुनिया मुझ को रास न आई
पहले क़दम पर ठोकर खाई
सदा आज़ाद रहते थे
हमें मालूम ही क्या था
मुहब्बत क्या बला है
मेरे टूटे हुए दिल से...
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: कमर जलालाबादी
Performed By: मुकेश
मेरे टूटे हुए दिल से
कोई तो आज ये पूछे
के तेरा हाल क्या है
मेरे टूटे हुए दिल से...
किस्मत तेरी रीत निराली
ओ छलिये को छलने वाली
फूल खिला तो टूटी डाली
जिसे उल्फत समझ बैठा
मेरी नज़रों का धोखा था
किसी की क्या खता है
मेरे टूटे हुए दिल से...
मांगी मुहब्बत पाई जुदाई
दुनिया मुझ को रास न आई
पहले क़दम पर ठोकर खाई
सदा आज़ाद रहते थे
हमें मालूम ही क्या था
मुहब्बत क्या बला है
मेरे टूटे हुए दिल से...
कमाल का गीत है ये .मुझे बेहद पसंद.
ReplyDeleteI miss you Mukesh Ji
ReplyDeleteमेरे जिन्दगी की हकीकत हाई यह गाना।
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