Music By: जयदेव
Lyrics By: शहरयार
Performed By: सुरेश वाडकर
सीने में जलन, आँखों में तूफ़ान सा क्यों है
इस शहर में हर शख्स परेशान सा क्यों है
सीने में जलन...
दिल है तो, धड़कने का बहाना कोई ढूंढें
पत्थर की तरह बेहिस-ओ-बेजान सा क्यों है
सीने में जलन...
तनहाई की ये कौन सी, मंजिल है रफीकों
ता-हद-ये-नज़र एक बयाबान सा क्यों है
सीने में जलन...
क्या कोई नयी बात नज़र आती है हममें
आईना हमें देख के हैरान सा क्यों है
सीने में जलन...
Nice song and really reflect a heart's feeling in city.
ReplyDeletetrue.. this song really reflects a heart's feelings in city.
ReplyDeleteAll time favourite song
ReplyDeleteUltimate Lyrics
Incredible music
Astonishing playback by Suresh Wadekar ji
Out of this world ...
ReplyDeleteAmazing lyrics