Performed By: कैलाश खेर/कैलासा
आओ मिलके साथ में
आज के हालात में
लाने है नए उजाले
बेहोशी की आदत के
झूठ की इबादत के
आँखों से हटाओ जाले
अब जागो तो सब जागो
अम्बर तक यही नाद गूंजेगा
हाँ अब मेरी बारी है
मेरी ज़िम्मेदारी है
आँखें गाड़े सच के साथ हूँ खड़ा
मिटने की तैयारी है
अब तो लम्बी पारी है
सर पे जोश अब होश का चढ़ा
अब बदले तो युग बदले
अम्बर तक यही...
मिटटी डहने लगी हैं
जब जड़ें पुकारे
देश तेरे साथ है
अन्ना हजारे
आओ मिलके साथ में
आज के हालात में
लाने है नए उजाले
बेहोशी की आदत के
झूठ की इबादत के
आँखों से हटाओ जाले
अब जागो तो सब जागो
अम्बर तक यही नाद गूंजेगा
हाँ अब मेरी बारी है
मेरी ज़िम्मेदारी है
आँखें गाड़े सच के साथ हूँ खड़ा
मिटने की तैयारी है
अब तो लम्बी पारी है
सर पे जोश अब होश का चढ़ा
अब बदले तो युग बदले
अम्बर तक यही...
मिटटी डहने लगी हैं
जब जड़ें पुकारे
देश तेरे साथ है
अन्ना हजारे
Wonderful post .......
ReplyDeleteGreat writing!very impressive thoughts.