सलाम करता चलूँ - Salaam Karta Chaloon (Jagjit Singh)

Movie/Album: ईकोज़ (1985)
Music By: जगजीत सिंह
Performed By: जगजीत सिंह

हुजूर आपका भी एहतराम करता चलूँ
इधर से गुज़रा था, सोचा सलाम करता चलूँ

निगाह-ओ-दिल की यही आखरी तमन्ना है
तुम्हारी ज़ुल्फ़ के साये में शाम करता चलूँ

उन्हें ये जिद के मुझे देख कर किसी को न देख
मेरा ये शौक के सबसे कलाम करता चलूँ

ये मेरे ख़्वाबों की दुनिया नहीं सही लेकिन
अब आ गया हूँ तो दो दिन कयाम करता चलूँ

5 comments :

  1. इस गजल के शायर का नाम बताएं.

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  2. वसीम साब हैं वसीम बरेलवी

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