Movie/Album: झुमरू (1961)
Music By: किशोर कुमार
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार
कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा
हम किसी के न रहे, कोई हमारा न रहा
शाम तन्हाई की है, आएगी मंज़िल कैसे
जो मुझे राह दिखाए, वही तारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
ऐ नज़ारों न हँसो, मिल न सकूँगा तुमसे
वो मेरे हो न सके, मैं भी तुम्हारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
क्या बताऊँ मैं कहाँ, यूँ ही चला जाता हूँ
जो मुझे फिर से बुला ले, वो इशारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
Music By: किशोर कुमार
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार
कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा
हम किसी के न रहे, कोई हमारा न रहा
शाम तन्हाई की है, आएगी मंज़िल कैसे
जो मुझे राह दिखाए, वही तारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
ऐ नज़ारों न हँसो, मिल न सकूँगा तुमसे
वो मेरे हो न सके, मैं भी तुम्हारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
क्या बताऊँ मैं कहाँ, यूँ ही चला जाता हूँ
जो मुझे फिर से बुला ले, वो इशारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
soulful song
ReplyDeleteCredit goes to the original version, sung in the 1936 movie जीवन नैया by अशोक कुमार।
ReplyDeleteMusic by सरस्वती देवी
Lyrics by कश्यप
Available on You Tube
based on north indian classical tune 'jhinjhot'. Please listen to Abdul Karim Khan's https://m.youtube.com/watch?v=l5Gje0EyBO4
ReplyDeleteकिशोर दा द्वारा गाया आत्मा पूर्ण गीत वह हमेशा हमारे दिल में रहते हैं
ReplyDeleteVery true . Kishor Kumar a true legend
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