Movie/Album: लूटेरा (2013)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: मोनाली ठाकुर
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: मोनाली ठाकुर
हवा के झोंके आज मौसमों से रूठ गए
गुलों की शोखियाँ जो भँवरे आ के लूट गए
बदल रही है आज ज़िन्दगी की चाल ज़रा
इसी बहाने क्यूँ ना मैं भी दिल का हाल ज़रा
संवार लूं, हाय सँवार लूँ
बरामदे पुराने हैं नयी सी धूप है
जो पलकें खटखटा रहा है किसका रूप है
शरारतें करे जो ऐसे भूल के हिजाब
कैसे उसको नाम से, मैं पुकार लूँ
संवार लूं, सँवार लूँ...
ये सारी कोयलें बनी हैं आज डाकिया
कुहू-कुहू में चिट्ठियाँ पढ़े मजाकिया
इन्हें कहो की ना छुपाये
किसने है लिखा बताए
उसकी आज मैं नज़र उतार लूँ
संवार लूं, सँवार लूँ...
गुलों की शोखियाँ जो भँवरे आ के लूट गए
बदल रही है आज ज़िन्दगी की चाल ज़रा
इसी बहाने क्यूँ ना मैं भी दिल का हाल ज़रा
संवार लूं, हाय सँवार लूँ
बरामदे पुराने हैं नयी सी धूप है
जो पलकें खटखटा रहा है किसका रूप है
शरारतें करे जो ऐसे भूल के हिजाब
कैसे उसको नाम से, मैं पुकार लूँ
संवार लूं, सँवार लूँ...
ये सारी कोयलें बनी हैं आज डाकिया
कुहू-कुहू में चिट्ठियाँ पढ़े मजाकिया
इन्हें कहो की ना छुपाये
किसने है लिखा बताए
उसकी आज मैं नज़र उतार लूँ
संवार लूं, सँवार लूँ...
bahut achha geet hai.
ReplyDeleteHanji
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