Movie/Album: सज़ा (1951)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: हेमंत कुमार, संध्या मुख़र्जी
आ गुपचुप गुपचुप प्यार करें
छुप छुप आँखें चार करें
ओ चाँद मुसाफिर रात के क्यों सुने हमारी बातें
तूने तो देखी होगी ऐसी कितनी ही रातें
छुप जा रे, जा छुप जा तेरी मिन्नत सौ-सौ बार करें
आ गुपचुप गुपचुप...
ओ छुपना है तो जल्दी छुप जा, रात है थोड़ी बाकी
प्यासे रह न जाएं दोनों, मैं और मेरा साथी
छुप जा रे, जा छुप जा, यूँ कब तक हम तकरार करें
तेरी मिन्नत सौ-सौ बार करें
आ गुपचुप गुपचुप...
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: हेमंत कुमार, संध्या मुख़र्जी
आ गुपचुप गुपचुप प्यार करें
छुप छुप आँखें चार करें
ओ चाँद मुसाफिर रात के क्यों सुने हमारी बातें
तूने तो देखी होगी ऐसी कितनी ही रातें
छुप जा रे, जा छुप जा तेरी मिन्नत सौ-सौ बार करें
आ गुपचुप गुपचुप...
ओ छुपना है तो जल्दी छुप जा, रात है थोड़ी बाकी
प्यासे रह न जाएं दोनों, मैं और मेरा साथी
छुप जा रे, जा छुप जा, यूँ कब तक हम तकरार करें
तेरी मिन्नत सौ-सौ बार करें
आ गुपचुप गुपचुप...
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