Movie/Album: पारसमणि (1963)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: मो.रफ़ी
रौशन तुम्हीं से दुनिया, रौनक़ तुम्हीं जहाँ की
फूलों में पलने वाली, रानी हो गुलसिताँ की
सलामत रहो, सलामत रहो
नाज़ुक हो नाज़ से भी, तुम प्यार से भी प्यारी
तुम हुस्न से हसीं हो, क्या बात है तुम्हारी
आँखों में दो जहां है, मालिक हो दो जहां की
सलामत रहो, सलामत रहो
दिल चाहे टूट जाये, मेरे दिल से यूँ ही खेलो
जीती रहो यूँ ही तुम, मेरी भी उम्र ले लो
किस दिन दुआ न माँगी, हमने तुम्हारी जाँ की
सलामत रहो, सलामत रहो
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: मो.रफ़ी
रौशन तुम्हीं से दुनिया, रौनक़ तुम्हीं जहाँ की
फूलों में पलने वाली, रानी हो गुलसिताँ की
सलामत रहो, सलामत रहो
नाज़ुक हो नाज़ से भी, तुम प्यार से भी प्यारी
तुम हुस्न से हसीं हो, क्या बात है तुम्हारी
आँखों में दो जहां है, मालिक हो दो जहां की
सलामत रहो, सलामत रहो
दिल चाहे टूट जाये, मेरे दिल से यूँ ही खेलो
जीती रहो यूँ ही तुम, मेरी भी उम्र ले लो
किस दिन दुआ न माँगी, हमने तुम्हारी जाँ की
सलामत रहो, सलामत रहो
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