Movie/Album: चौदहवीं का चाँद (1960)
Music By: रवि
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी
मेरा यार बना है दूल्हा, और फूल खिलें हैं दिल के
अरे मेरी भी शादी हो जाए दुआ करो सब मिल के
आज की खुशियाँ देख के मेरा दिल भी ले अंगड़ाई
मेरे भी घर हो धूम धड़क्का और बजे शहनाई
मैं भी सेहरा बाँध के बैठूं बीच भरी महफ़िल के
मेरा यार बना है दूल्हा...
ऐ मेरे मालिक, मेरे दाता, मेरे पालनहारा
यार को तूने दुल्हन दे दी, रह गया मैं ही कुंवारा
मुझको भी मेरी बुलबुल दे दे, मैं भी हँसू खिल-खिल के
मेरा यार बना है दूल्हा...
ऐ मेरे हमदम रहे हमेशा तेरी सलामत जोड़ी
आज तेरे सेहरे ने भैय्या, मुझपे क़यामत तोड़ी
मेरी भी आँखों में जागे, ख्वाब नई मंज़िल के
मेरा यार बना है दूल्हा...
Music By: रवि
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी
मेरा यार बना है दूल्हा, और फूल खिलें हैं दिल के
अरे मेरी भी शादी हो जाए दुआ करो सब मिल के
आज की खुशियाँ देख के मेरा दिल भी ले अंगड़ाई
मेरे भी घर हो धूम धड़क्का और बजे शहनाई
मैं भी सेहरा बाँध के बैठूं बीच भरी महफ़िल के
मेरा यार बना है दूल्हा...
ऐ मेरे मालिक, मेरे दाता, मेरे पालनहारा
यार को तूने दुल्हन दे दी, रह गया मैं ही कुंवारा
मुझको भी मेरी बुलबुल दे दे, मैं भी हँसू खिल-खिल के
मेरा यार बना है दूल्हा...
ऐ मेरे हमदम रहे हमेशा तेरी सलामत जोड़ी
आज तेरे सेहरे ने भैय्या, मुझपे क़यामत तोड़ी
मेरी भी आँखों में जागे, ख्वाब नई मंज़िल के
मेरा यार बना है दूल्हा...
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