Movie/Album: सनी (1984)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: आशा भोंसले
और क्या अहद-ए-वफ़ा होते हैं
लोग मिलते हैं, जुदा होते हैं
कब बिछड़ जाए हमसफ़र ही तो है
कब बदल जाए इक नज़र ही तो है
जान-ओ-दिल जिसपे फ़िदा होते हैं
और क्या अहद-ए-वफ़ा...
बात निकली थी इस ज़माने की
जिसको आदत है भूल जाने की
आप क्यों हमसे खफ़ा होते हैं
और क्या अहद-ए-वफ़ा...
जब रुला लेते हैं जी भर के हमें
जब सता लेते हैं जी भर के हमें
तब कहीं खुश वो ज़रा होते हैं
और क्या अहद-ए-वफ़ा...
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: आशा भोंसले
और क्या अहद-ए-वफ़ा होते हैं
लोग मिलते हैं, जुदा होते हैं
कब बिछड़ जाए हमसफ़र ही तो है
कब बदल जाए इक नज़र ही तो है
जान-ओ-दिल जिसपे फ़िदा होते हैं
और क्या अहद-ए-वफ़ा...
बात निकली थी इस ज़माने की
जिसको आदत है भूल जाने की
आप क्यों हमसे खफ़ा होते हैं
और क्या अहद-ए-वफ़ा...
जब रुला लेते हैं जी भर के हमें
जब सता लेते हैं जी भर के हमें
तब कहीं खुश वो ज़रा होते हैं
और क्या अहद-ए-वफ़ा...
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