Movie/Album: वो दिन याद करो (1971)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर
यार जिन्हें तुम भूल गए हो
वो दिन याद करो
रफ़ी
चाँद गगन से झाँक रहा था
याद करो ये जब तुमने कहा था
जैसे ये सच है के, ये हैं सितारे
वैसे ये सच है के, हम हैं तुम्हारे
वो दिन याद करो...
बिखर गई अरमानों की कलियाँ
उजड़ गईं बस सपनों की गलियाँ
भूल गए हो तुम वादे कसमें
तोड़ दी सारी प्यार की रस्में
वो दिन याद करो...
लता
जैसे ये सच है के ये हैं सितारे
ऐसे ये सच है के हम हैं तुम्हारे
हाँ-हाँ तुम्हीं ने तो ये बात कही थी
जब भी हमारी मुलाकात हुई थी
वो दिन याद करो...
दिन के मुसाफिर, शाम के राही
कोई भी देगा मेरे गम की गवाही
सुनते सुनाते हुए प्यार की बातें
साथ गुज़ारी हमने कितनी ही रातें
वो दिन याद करो...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर
यार जिन्हें तुम भूल गए हो
वो दिन याद करो
रफ़ी
चाँद गगन से झाँक रहा था
याद करो ये जब तुमने कहा था
जैसे ये सच है के, ये हैं सितारे
वैसे ये सच है के, हम हैं तुम्हारे
वो दिन याद करो...
बिखर गई अरमानों की कलियाँ
उजड़ गईं बस सपनों की गलियाँ
भूल गए हो तुम वादे कसमें
तोड़ दी सारी प्यार की रस्में
वो दिन याद करो...
लता
जैसे ये सच है के ये हैं सितारे
ऐसे ये सच है के हम हैं तुम्हारे
हाँ-हाँ तुम्हीं ने तो ये बात कही थी
जब भी हमारी मुलाकात हुई थी
वो दिन याद करो...
दिन के मुसाफिर, शाम के राही
कोई भी देगा मेरे गम की गवाही
सुनते सुनाते हुए प्यार की बातें
साथ गुज़ारी हमने कितनी ही रातें
वो दिन याद करो...
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