Movie/Album: मासूम (1996)
Music By: आनंद राज आनंद
Lyrics By: आनंद राज आनंद
Performed By: आदित्य नारायण
छोटा बच्चा जान के ना कोई आँख दिखाना रे (टुपी टुपी टाप टाप)
अकल का कच्चा समझ के हमको ना समझाना रे (टुपी टुपी टाप टाप)
भोली सूरत जान के हमसे ना टकराना रे
नाधिन-धिना नाधिन-धिना नाच नचा देंगे
छोटा बच्चा जान के...
एक दिन दे के दो अठनियाँ, माँ बोली जा ले आ धनिया
पैसे दे के दुकानदार से मैं, बोला बाबु दे दो धनिया
बड़ा-सा कागज़ दे कर उसमें रख दिया थोड़ा-सा धनिया
मैं बोला बाबु बनिया कागज़ बेच रहे या धनिया
कागज़ रखो बाजू में, धनिये को रखो तराज़ू में
सुन मेरी बात वो रहा न काबू में
क्या बोला? बोला तुझको बताऊँ मैं
मैं भी कहाँ कम था, मैंने भी कह दिया
बच्चे को ठगता है शोर मचाऊँ मैं
उसके बाद हुआ क्या, ये भी तो बतलाना रे
उसके बाद तो जैसे उसका मर गया नाना रे
बीच बजरिया गाया मैंने, जब ये गाना रे
छोटा बच्चा जान के...
किशन भैया, मेरे आम की गुठली गिर गई
आम को खा गुठली ना देख, आगे चल पीछे ना देख
सीधा-सीधा चल वर्ना, पाँव में फँस जाएगी रेत
फिर क्या करेंगे जब घर जा के माँ ने मारा रे
चुप क्यों हो गए बोलो ना
सुन रे छोटू, सुन रे हरिया
माँ होती ममता की नदिया
डांट के हमको खुद भी रोये
खाना दे बढ़िया से बढ़िया
माँ को जा के कभी सुनाना, ना ये गाना रे
बच्चा बच्चा जान के...
Music By: आनंद राज आनंद
Lyrics By: आनंद राज आनंद
Performed By: आदित्य नारायण
छोटा बच्चा जान के ना कोई आँख दिखाना रे (टुपी टुपी टाप टाप)
अकल का कच्चा समझ के हमको ना समझाना रे (टुपी टुपी टाप टाप)
भोली सूरत जान के हमसे ना टकराना रे
नाधिन-धिना नाधिन-धिना नाच नचा देंगे
छोटा बच्चा जान के...
एक दिन दे के दो अठनियाँ, माँ बोली जा ले आ धनिया
पैसे दे के दुकानदार से मैं, बोला बाबु दे दो धनिया
बड़ा-सा कागज़ दे कर उसमें रख दिया थोड़ा-सा धनिया
मैं बोला बाबु बनिया कागज़ बेच रहे या धनिया
कागज़ रखो बाजू में, धनिये को रखो तराज़ू में
सुन मेरी बात वो रहा न काबू में
क्या बोला? बोला तुझको बताऊँ मैं
मैं भी कहाँ कम था, मैंने भी कह दिया
बच्चे को ठगता है शोर मचाऊँ मैं
उसके बाद हुआ क्या, ये भी तो बतलाना रे
उसके बाद तो जैसे उसका मर गया नाना रे
बीच बजरिया गाया मैंने, जब ये गाना रे
छोटा बच्चा जान के...
किशन भैया, मेरे आम की गुठली गिर गई
आम को खा गुठली ना देख, आगे चल पीछे ना देख
सीधा-सीधा चल वर्ना, पाँव में फँस जाएगी रेत
फिर क्या करेंगे जब घर जा के माँ ने मारा रे
चुप क्यों हो गए बोलो ना
सुन रे छोटू, सुन रे हरिया
माँ होती ममता की नदिया
डांट के हमको खुद भी रोये
खाना दे बढ़िया से बढ़िया
माँ को जा के कभी सुनाना, ना ये गाना रे
बच्चा बच्चा जान के...
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