Music By: विशाल-शेखर
Lyrics By: पंछी जलोनवी, विशाल ददलानी
Performed By: नंदिनी श्रीकर
क्यूँ न बोले मोसे मोहन, क्यूँ
है रूठे-रूठे मोहन यूँ/क्यूँ
कैसे मनाऊँ, हाय कैसे मनाऊँ
उन बिन कटे न रैना
उन बिन आवे न इक पल चैना
उन बिन जीयूँ तो कैसे मैं जीयूँ हाय
बहे नैना भरे मोरे नैना, झरे मोरे नैना
मोहे नैना सुने नाही कहना, बहे मोरे नैना
बहे नैना...
When you go when you leave
Then you take a little piece of me with you
There's a hole in my soul
Coz you take a little piece of me with you
नैनों के द्वारे, आने के वादे
बाँधे ऐसे बोलो काहे
चौखट पे दिल की, आहट रखी है
ताकों पे हैं तोरे साए
उन बिन उन्हें मनाए
उन बिन कभी जो उनको रिझाये
उन बिन छले हैं मोरा ये जिया हाय
बहे नैना भरे मोरे नैना...
कोमल बड़ी है, साँसन की डोरी
रूठे से भी टूटे जाये
बावन तरह से, जी को मनाया
खोजे अजहूँ तोरी राहें
उन बिन उन्हें मैं पाऊँ
उन बिन उन्हें मैं गरवा लगाऊँ
उन बिन उन्हीं में मोरा जी लगे हाय
बहे नैना भरे मोरे नैना...
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