Movie/Album: आख़िर क्यूँ? (1985)
Music By: राजेश रोशन
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: लता मंगेशकर, अमित कुमार
दुश्मन न करे दोस्त ने वो काम किया है
उम्र भर का ग़म हमें ईनाम दिया है
दुश्मन न करे...
तूफ़ाँ में हमको छोड़ के साहिल पे आ गए
नाख़ुदा का हमने इन्हें नाम दिया है
उम्र भर का...
दुश्मन न करे
पहले तो होश छीन लिए ज़ुल्म-ओ-सितम से
दीवानगी का फिर हमें इल्ज़ाम दिया है
उम्र भर का...
दुश्मन न करे
अपने ही गिराते हैं नशेमन पे बिजलियाँ
ग़ैरों ने आके फिर भी उसे थाम लिया है
उम्र भर का...
दुश्मन न करे
बन कर रक़ीब बैठे हैं वो जो हबीब थे
यारों ने ख़ूब फ़र्ज़ को अंजाम दिया है
उम्र भर का...
दुश्मन न करे...
Music By: राजेश रोशन
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: लता मंगेशकर, अमित कुमार
दुश्मन न करे दोस्त ने वो काम किया है
उम्र भर का ग़म हमें ईनाम दिया है
दुश्मन न करे...
तूफ़ाँ में हमको छोड़ के साहिल पे आ गए
नाख़ुदा का हमने इन्हें नाम दिया है
उम्र भर का...
दुश्मन न करे
पहले तो होश छीन लिए ज़ुल्म-ओ-सितम से
दीवानगी का फिर हमें इल्ज़ाम दिया है
उम्र भर का...
दुश्मन न करे
अपने ही गिराते हैं नशेमन पे बिजलियाँ
ग़ैरों ने आके फिर भी उसे थाम लिया है
उम्र भर का...
दुश्मन न करे
बन कर रक़ीब बैठे हैं वो जो हबीब थे
यारों ने ख़ूब फ़र्ज़ को अंजाम दिया है
उम्र भर का...
दुश्मन न करे...
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