फ़लक़ से तोड़ के - Falak Se Tod Ke (Md.Rafi, Aan Milo Sajna)

Movie/Album: आन मिलो सजना (1971)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मोहम्मद रफ़ी

फलक से तोड़कर देखो सितारें लोग लाए हैं
मगर मैं वो नहीं लाया जो सारे लोग लाए हैं
कोई नज़राना लेकर आया हूँ, मैं दीवाना तेरे लिए
आज छलका है खुशियों से दिल का पैमाना तेरे लिए
कोई नज़राना लेकर...

सभी के दिलों को ये धड़का रहा है
समा साज़-ए-दिल पे ग़ज़ल गा रहा है
सारी बातें रुक गई हैं, सबकी आँखें झुक गई हैं
तेरी महफ़िल में आया शायर कोई मस्ताना तेरे लिए
कोई नज़राना लेकर...

कहेंगी निगाहें, सुनेंगी निगाहें
जुबां से ना होगी बयाँ ये कहानी
हो मुबारक ये हसीं दिन, कोई समझा ना तेरे बिन
मेरे चेहरे पे दिल ने लिखा है, इक अफसाना तेरे लिए
कोई नज़राना लेकर...

तुझे दुश्मनों की नज़र लग न जाए
रहे दूर तुझसे सदा ग़म के साए
गनगुनाए तू हमेशा, मुस्कुराए तू हमेशा
गुलशन बन जाए उम्मीदों का, हर इक वीराना तेरे लिए
कोई नज़राना लेकर...

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